कुछ अल्फ़ाज़ मेरी ज़ुबानी
=> अश्क़ो से जो लफ्ज़ बनते है
उसी को तोह प्यार कहते है ..!!
=> जब से वोह पास आए है , उसी को तोह प्यार कहते है ..!!
तब से हम और अकेले से हो गए है
=> उन खामोशियों मै भी अजीब सा दर्द था
जो दर्द किसी और मै नहीं है..!!
जो दर्द किसी और मै नहीं है..!!
=> कभी कभी उनकी ख़ामोशी हमे अछि लगती है
एक वही याद है उनकी, जो हमारे साथ है..!!
एक वही याद है उनकी, जो हमारे साथ है..!!
=> लोग कांटो से बचके चलते है,
हमने फूलो से ज़ख्म खाए है..!!
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